Real Estate से पैसा कैसे कमाएं: पूरी रणनीति
भूमिका:
रियल एस्टेट केवल एक घर या संपत्ति खरीदने और बेचने का जरिया नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जो आपको दीर्घकालिक वित्तीय स्वतंत्रता दिला सकता है। सही समय, सही जगह और समझदारी से लिया गया निर्णय आपको अच्छा रिटर्न और स्थिर आय दे सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि कैसे आप रियल एस्टेट के विभिन्न तरीकों से पैसा कमा सकते हैं।
1. प्लॉट या जमीन में निवेश
प्लॉट में निवेश सबसे पारंपरिक और लाभकारी तरीका है रियल एस्टेट से पैसा कमाने का। जमीन एक ऐसी संपत्ति है जिसकी वैल्यू समय के साथ बढ़ती जाती है, खासकर जब वह जमीन किसी हाईवे, एयरपोर्ट, कॉलेज या इंडस्ट्रियल एरिया के नजदीक हो। ऐसी लोकेशन वाली जमीनें निवेशकों के लिए सोने की खान साबित होती हैं।
इसमें मेंटेनेंस की चिंता नहीं होती और टैक्स भी सीमित रहता है। आप प्लॉट को कुछ वर्षों तक होल्ड करके ऊँचे दाम पर बेच सकते हैं या फिर उसे लीज पर देकर किराया कमा सकते हैं। प्लॉट पर फार्महाउस, वेयरहाउस या होमस्टे का निर्माण करके उससे और अधिक कमाई भी की जा सकती है। यदि आप कम जोखिम के साथ लंबी अवधि का फायदा चाहते हैं, तो प्लॉट में निवेश करना सबसे सरल और स्थिर विकल्प है।
2. किराये से कमाई (Rental Income)
किराये पर संपत्ति देकर नियमित मासिक आमदनी हासिल करना रियल एस्टेट से कमाई का एक बेहद प्रचलित तरीका है। एक बार आप प्रॉपर्टी खरीद लें और उसे अच्छे किरायेदार को दे दें, तो हर महीने एक निश्चित रकम आपके खाते में आती रहती है। यह आमदनी आपके अन्य खर्चों को कवर कर सकती है या फिर भविष्य के निवेशों के लिए बचत का माध्यम बन सकती है।
मेट्रो सिटी, कॉलेज या ऑफिस एरिया के पास 1BHK, 2BHK फ्लैट, दुकान या ऑफिस किराये पर आसानी से चल जाते हैं। ऐसे क्षेत्रों में किराये की दरें अधिक होती हैं जिससे आपकी निवेश की राशि जल्द रिकवर हो जाती है। किराये की संपत्ति पर टैक्स बेनिफिट भी मिलते हैं और इसके साथ ही प्रॉपर्टी की कीमत भी बढ़ती रहती है।
3. प्री-लॉन्च प्रॉपर्टी में निवेश
डेवलपर्स कई बार अपने प्रोजेक्ट की शुरुआत में ही प्री-लॉन्च ऑफर देते हैं, जिसमें प्रॉपर्टी की कीमत बाजार रेट से कम होती है। ऐसे समय पर निवेश करने पर निवेशक को प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद काफी अच्छा रिटर्न मिल सकता है। प्री-लॉन्च में खरीदी गई यूनिट को पजेशन के समय या उससे पहले ही बेचकर मुनाफा कमाया जा सकता है।
इसमें फायदा यह होता है कि निवेश कम होता है और मुनाफा अधिक। हालांकि, इसमें जोखिम भी होता है क्योंकि प्रोजेक्ट समय पर पूरा होगा या नहीं, यह निश्चित नहीं होता। इसलिए, ऐसे निवेश से पहले डेवलपर की साख, रेरा अप्रूवल और प्रोजेक्ट डिटेल्स की अच्छे से जांच कर लेना जरूरी है। यदि सब कुछ सही हो, तो यह रणनीति बहुत कम समय में बेहतरीन रिटर्न दे सकती है।
4. कमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश
कमर्शियल प्रॉपर्टी जैसे दुकान, ऑफिस स्पेस, गोदाम या शोरूम में निवेश करने से अधिक रिटर्न की संभावना होती है। व्यापारिक गतिविधियां हमेशा बढ़ रही हैं और उन्हें स्पेस की ज़रूरत होती है। ऐसे में यदि आपने किसी हाई फुटफॉल वाले एरिया में कमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश किया है, तो आपको किराये से स्थायी और अच्छी आय प्राप्त हो सकती है।
कमर्शियल यूनिट्स में रिटर्न रेसिडेंशियल यूनिट्स से कहीं अधिक होता है। यहां तक कि कई बड़े ब्रांड्स और कंपनियां लंबी अवधि के लिए ऐसी प्रॉपर्टीज लीज पर लेती हैं, जिससे आपकी आमदनी वर्षों तक स्थिर बनी रहती है। हालांकि इसकी शुरुआती लागत अधिक होती है, लेकिन मुनाफा भी उसी हिसाब से बड़ा होता है।
5. रियल एस्टेट रीसेलिंग से कमाई
अगर आपके पास मार्केट की समझ और थोड़ी तकनीकी जानकारी है तो आप पुरानी या सस्ती प्रॉपर्टी खरीदकर उसे रेनोवेट करके अच्छे दामों पर बेच सकते हैं। इस मॉडल को 'फ्लिपिंग' कहा जाता है। यह तरीका बहुत लोगों के लिए एक आकर्षक व्यवसाय बन गया है।
एक फ्लैट जिसकी हालत खराब है, उसे पेंट, नया फर्नीचर, मॉड्यूलर किचन और अन्य सुधार करके उसकी कीमत में भारी इजाफा किया जा सकता है। इसमें ₹5 लाख के सुधार पर ₹10 से ₹15 लाख तक का मुनाफा मिलना संभव होता है। हालांकि यह एक एक्टिव इन्वेस्टमेंट मॉडल है जिसमें समय, मेहनत और पैसे की जरूरत होती है, लेकिन सही प्रॉपर्टी मिलने पर इसमें बड़ा फायदा उठाया जा सकता है।
Ready to Invest in Uttarakhand Properties?
Explore our curated selection of premium plots in Uttarakhand's most sought-after hill locations.

